दरभंगा, 04 जुलाई 2024 :- दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर सभागार में जिलाधिकारी के निर्देशानुसार अपर समाहर्ता श्री नीरज कुमार दास की अध्यक्षता में जिला स्तरीय परामर्शदात्री/समीक्षा समिति की मार्च, 2024 की तिमाही बैठक आयोजित की गई।
बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक, दरभंगा श्रीमती रेणु सिन्हा ने दरभंगा जिले के सभी बैंकों की समेकित तिमाही उपलब्धि से अपर समाहर्ता को अवगत कराई।
उन्होंने कहा कि दरभंगा जिले का *वर्ष 2023-24 का वार्षिक लक्ष्य 29 लाख 08 हजार 212 रुपये के विरुद्ध मार्च 2024 तिमाही की उपलब्धि 23 लाख 4361 लाख है, जो कृषि क्षेत्र के लक्ष्य का 78.59 प्रतिशत है।
साख जमा अनुपात मार्च 2024 में जिले का साख जमा अनुपात 49.76 प्रतिशत है।
बैठक में बताया गया कि मार्च 2024 तक जिला गव्य विकास कार्यालय से आवेदन विभिन्न बैंकों में भेजे गए हैं, बैंकों द्वारा सभी लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है।
स्वयं सहायता समूह जीविका मार्च 2024 तक तिमाही विभिन्न बैंक द्वारा 35 हजार 478 एसएचजी में क्रेडिट लिंकेज किए गए हैं। 530 आवेदन अभी भी बैंक शाखाओं में वितरण के लिए लंबित है एवं 958 आवेदन पत्र स्वीकृति के लिए लंबित है जिसे शीघ्र पूरा किया जाना है।
बताया गया कि किसान क्रेडिट कार्ड के लिए मछली पालन, मुर्गी पालन एवं गौ पालन के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया है जिसका अनुपालन बैंकों द्वारा किया जा रहा है।
वर्ष 2023-24 में पीएमईजीपी का वार्षिक लक्ष्य 509 के विरुद्ध मार्च 2024 तक 491 एवं पीएमएफएमई में वार्षिक लक्ष्य 326 के विरुद्ध 340 आवेदनों की स्वीकृति कर ली गई है।
माइनॉरिटी कम्युनिटी वेलफेयर के तहत देश के 121 जिले में से सात जिले बिहार के आते हैं,उस सात जिले में दरभंगा भी एक है। मार्च 2024 तिमाही तक कुल प्राथमिकता क्षेत्र में 513451 लाख रुपए ऋण दिया गया है, जिसमें माइनॉरिटी कम्युनिटी के 54015 लाख का ऋण दिया गया है।
आर.सेटी के माध्यम से डयरी,वर्मी कंपोस्ट, मशरूम उत्पादन, सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर आदि के लिए प्रशिक्षण दिए जाते हैं,मार्च 2024 तिमाही तक 765 युवक/युवतियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
बैठक में सभी बैंकों को निर्देश दिया गया कि प्रत्येक बैंक समन्वयक/क्षेत्रीय प्रबंधक महीने में कम से कम एक बार आरसेटी का भ्रमण कर योग प्रशिक्षणार्थियों को ऋण आवेदन स्वीकृत कर आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर, प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करें, जिससे जिले का कृषि एवं एमएसएमई क्षेत्र के ऋण प्रवाह में उत्तरोत्तर वृद्धि हो सके।
किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए नाबार्ड एवं योजना निदेशक आत्मा द्वारा कहा गया कि प्रशिक्षण प्राप्त लोगों द्वारा वर्मी कंपोस्ट, मशरूम की खेती, सब्जी की खेती, फूल की खेती, केला/ लीची की खेती, मुर्गी पालन,हेचरी, मछली पालन,गाय पालन आदि क्षेत्रों में खेती को बढ़ावा दिया जाए तथा एफपीओ और एईएफ योजनाओं को सफल की जाए तो किसानों की आय में वृद्धि होगी।
आत्मनिर्भर भारत के तहत प्रधानमंत्री पैकेज के तहत बैंकों द्वारा मुस्तैदी से विभिन्न योजनाओं को सफल बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर निधि के अंतर्गत दरभंगा जिले में 4560 आवेदन सृजित किया गया है जिसमें 4485 की स्वीकृति दी गई, तथा 4205 का वितरण किया गया है।
बैठक में डी.डी.एम. (नबार्ड) राज नंदनी ने पी.एम.ई.जी.पी. एवं पी.एम.एफ.एम.ई. आदि के संबंध में पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में अपर समाहर्ता ने सभी बैंक को सीआर रेशियो को बढ़ाने के निर्देश दिए तथा उन्होंने कहा कि आम लोगों के समस्या का समाधान करें। ऋण लेने वालों को कोई समस्या न हो यह सुनिश्चित करें।
उन्होंने अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिया कि जो प्रतिनिधि या बैंक कर्मी मीटिंग में आते हैं वही अगले मीटिंग में भी आना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में डीआरडीए निदेशक पवन कुमार यादव, भारतीय रिर्जव बैंक के प्रतिनिधि मलया रंजन के साथ-साथ सभी संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
Sitesh Choudhary